Guru ashtam bhav me. Open daily 10:00 AM to 10:00 PM.

Guru ashtam bhav me अष्टम भाव से व्यक्ति की आयु व मृत्यु के स्वरुप का विचार किया जाता है| इस दृष्टि से अष्टम भाव का महत्व किसी भी प्रकार से कम अष्टम भाव में स्थित शुक्र का फल जानें। Know result of planet Venus in Eighth House according to Vedic astrology. Ashtam means in 8th. ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का गोचर जन्मकालीन राशि से दूसरे, पाँचवें, सातवें, नौवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है। जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो जातक के जीवन में प्रगति होती है। हालाँकि इस दौरान जातक के मोटे होने की भी संभावना बनी रहती है। गुरु के आशीर्वाद से व्यक्ति को पेट से संबंधित रोगों से ज्योतिष में अष्टम भाव को आमतौर पर स्वास्थ्य के घर के रूप में जाना जाता है और मृत्यु का भाव भी कहा जाता है। इसके साथ ही इस भाव को अंतररंग संबंध का घर भी माना जाता है। इससे पता चलता है कि हमारे रिश्ते हमारे लिए क्या लाएंगे और हम इन सबसे कैसे बाहर निकल सकते हैं। जैसे कि शासक ग्रह शनि (समानता और न्याय के लिए हैं), आठवां भाव समान अवसर, जो समान स्तर प बृहस्पति जो हमारे बड़े ही प्रिय आध्यात्मिक गुरु हैं, ये इतने भव्य और महान हैं कि ये जहां जाते हैं, वहां इनका स्वागत होता है। ऐसे परोपकारी ग्रह बृहस्पति के आठवें भाव में होने का अर्थ यह है कि जातक न केवल आशावादी हो सकता है, बल्कि उसके सहयोगी होने की भी पूर्ण संभावना रहती है। ज्योतिषीय सिद्धांत यह भी सुझाता है कि आठवें भाव में बृहस्पति यदि हो, तो Mar 29, 2020 · अष्टम भाव में गुरू अपनी उच्च राशि कर्क में स्थित होने से जातक की आयु दीर्घायु होती है। जातक को वसीयत से धन प्राप्त होने की संभावना होती है।. That is Saturn is transiting the 8th house form the Moon Sign. Know about Eighth house in Vedic Astrology - jyotish in Hindi ! 7th House in Kundali - वैदिक ज्योतिष में कुंडली के सप्तम भाव में ग्रह का महत्व व प्रभाव को बहुत ही महत्व दिया जाता है। कुंडली के सातवाँ घर से जातक के बारे में कई Jun 26, 2020 · कुण्डली में राहु-केतु परस्पर 6 राशि और 180 अंश की दूरी पर दृष्टिगोचर होते हैं जो सामान्यतः आमने-सामने की राशियों में स्थित प्रतीत होते हैं। कुण्डली में May 2, 2020 · धनु और मीन का स्वामी गुरु कर्क में उच्च का और मकर में नीच का होता है। लाल किताब में चौथे भाव में गुरु बलवान और सातवें, दसवें भाव में मंदा होता है। बुध और अष्टम भाव में स्थित सूर्य का फल जानें। Know result of planet Sun in Eighth House according to Vedic astrology. Open daily 10:00 AM to 10:00 PM. कर्क लग्न – अष्टम भाव में गुरु – Karka Lagan – Brihaspati ashtam bhav me : यहां विपरीत राजयोग की स्थिति में गुरु शुभ परिणाम प्रदान करते हैं अन्यथा शुभ फलों में कमी आ जाती है मीन लग्न – सप्तम भाव में गुरु – Meen Lagan – Guru saptam bhav me : दैनिक आय के स्त्रोत में वृद्धि होती है । जातक / जातीका का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है , व्यवसाय व् साझेदारों से Feb 19, 2024 · मकर लग्न – अष्टम भाव में शनि – Makar Lagan – Shani ashtam bhav me : हर काम में रुकावट आती है , टेंशन बनी रहती है । वाणी बहुत खराब होती है , परिवार , कुटुंब साथ नहीं देता है । काम अष्टम भाव में स्थित चन्द्र का फल जानें। Know result of planet Moon in Eighth House according to Vedic astrology. IFSC: CNRB0019089. Menu 299 Big Street, Govindpur, India . youtube. Navam bhav me Guru. वृष लग्न – षष्टम भाव में गुरु – Vrish Lagan – Guru shashtm bhav me : यदि शुक्र बलवान व् शुभ स्थित हुआ तो विपरीत राजयोग बनता है और गुरु शुभ फल प्रदान करते हैं । इसके विपरीत यदि Jun 12, 2018 · जन्म कुंडली में अष्टम भाव जातकों का आयु भाव कहलाता है। यह भाव जातकों की दीर्घायु अथवा जीवन की अवधि को बताता है। ज्योतिष में इसे मृत्यु का भाव भी कहा अष्टम भाव में स्थित राहु का फल जानें। Know result of planet Rahu in Eighth House according to Vedic astrology. Account Number : 90892010119060. com/channel/UCNYwcD0spX_uD6ry47MkL9g/join Jan 21, 2023 · Make Payment Online. इस भाव में गुरू के प्रभाव से व्यक्ति दीर्घायु होता है. A 18 वृश्चिक लग्न – प्रथम भाव में शुक्र – Vrishchik Lagan – Shukra pratham bhav me : यदि लग्न में शुक्र हो तो जातक बहुत आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी होने के साथ साथ बहुत खर्चीला होता जानें सभी 12 राशियों में शनि के गोचर का ज्योतिषीय प्रभाव, साथ ही पढ़ें नौकरी, व्यापार, शिक्षा धन, प्रेम, विवाह और पारिवारिक जीवन पर क्या होता है इसका असर? Feb 19, 2024 · वृश्चिक लग्न – प्रथम भाव में शनि – Vrishchik Lagan – Shani in pratham bhav me : लग्न में शनि देव के आने से जातक बहुत मेहनती होता है , माताक का सम्मान करता है सुख समृद्धि के साधनों की Jan 26, 2021 · कैसे और कहां होगी मृत्यु, राज खोल देगा अष्टम भाव, Eighth House in Astrology is also known as “House of Longevity” or “Ayu Bhava” It represents the one’s longevity or span of life in this world. यदि लग्न में मंगल हो तो जातक को धन , कुटुंब का साथ मिलता है । मंगल की महादशा में स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता कन्या लग्न – प्रथम भाव में चंद्र – Kanya Lagan – Chander pratham bhav me . Effects Of Shubh Grah: आठवें घर का संबंध शनि और मंगल ग्रह से होता है. Jun 8, 2023 · कुंडली के लग्न भाव अर्थात पहले स्थान पर गुरु ग्रह विराजमान हैं तो वह व्यक्ति काफी विद्धान और धार्मिक होता है। ऐसा व्यक्ति की प्रतिष्ठा बढ़ जाती है और धनवान भी होता है। पहले भाव में गुरु के होने पर व्यक्ति को उच्च पद की प्राप्ति होती है और काफी गुणवान भी होता है।. सिंह लग्न – अष्टम भाव में गुरु – Singh Lagan – Guru ashtam bhav me : यहां गुरु के अष्टम भाव में स्थित होने की वजह से जातक के हर काम में रुकावट आती है । फिजूल का व्यय होता रहता कन्या लग्न – प्रथम भाव में केतु – Kanya Lagan – Ketu pratham bhav me : कन्या केतु की मित्र राशि है । । यदि कन्या राशि में लग्न में केतु हो तो अधिकतर परिणाम शुभ ही प्राप्त होंगे मीन लग्न – अष्टम भाव में राहु – Meen Lagan – Rahu ashtam bhav me : यहां राहु के अष्टम भाव में स्थित होने से जातक के हर काम में रुकावट आती है । राहु की महादशा में टेंशन बनी रहती Aug 24, 2021 · कुंभ लग्न के लोगों का कद अक्सर पतला और लंबा देखा जाता है। इनके चेहरे बड़े, गर्दन, पीठ, कमर, और पैर लंबे हो सकते हैं। इनके बाल लंबे और घने, हेयर स्टाईल साधारण अष्टम भाव में स्थित केतु का फल जानें। Know result of planet Ketu in Eighth House according to Vedic astrology. Menu धनु लग्न कुंडली के अष्टम भाव में गुरु ।। ashtam bhav me Guru. Astrology: कुंडली का आठवां भाव भी अन्य भाव की तरह काफी महत्वपूर्ण होता है. कन्या लग्न – प्रथम भाव में गुरु – Kanyaa Lagan – Gurul pratham bhav me : यदि लग्न में गुरु हो तो जातक की बुद्धि बहुत शार्प हो जाती है ,पुत्र प्राप्ति का योग बनता है। दाम्पत्य जानिए ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव के बारे में ! Janiye kundali jyotish me Ashtam bhav ke bare me . आठवें भाव को हेल्थ से जुड़ा भी माना जाता है. Feb 9, 2021 · प्राय: ज्योतिष में अष्टम भाव को अशुभ भाव के रूप में परिभाषित किया गया है। किसी ग्रह का संबंध अष्टम भाव से होने पर उसके कुफल ही कहे गए हैं लेकिन वास्तविकता ऐसी नहीं है। मेरा मानना है कि जितने भी सफल व्यक्ति हुए उनमें से अनेक व्यक्तियों की जन्मपत्रियों में अष्टमेश का संबंध पंचम अथवा लग्न पंचम अथवा लग्न भाव से रहा है। ऐसे योग वाले व्यक्तियों के पास Jan 30, 2024 · Shubh Grah: अगर आपकी कुंडली के आठवें भाव में शुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं. Bank Name: Syndicate Bank Feb 19, 2024 · कुम्भ लग्न – अष्टम भाव में शुक्र – Kumbh Lagan – Shukr ashtam bhav me : यहां शुक्र के अष्टम भाव में स्थित होने की वजह से जातक के हर काम में रुकावट आती है । शुक्र की महादशा May 6, 2020 · ज्योतिष शास्त्र में शनि की तृतीय, सप्तम और दशम दृष्टियां है महत्वपूर्ण। जानें शनि की दृष्टि से कैसे प्रभावित हो सकता है आपका जीवन। Jan 16, 2023 · 1. उसमें परिवार के प्रति भी वृश्चिक लग्न – अष्टम भाव में बुद्ध – Vrishchik Lagan – Budh ashtam bhav me : यहां बुध के अष्टम भाव में स्थित होने की वजह से जातक के हर काम में रुकावट आती है । बुद्ध की महादशा कन्या लग्न – प्रथम भाव में बुद्ध – Kanya Lagan – Budh pratham bhav me : यदि लग्न में बुध हो तो जातक बुद्धिमान होता है । अपनी उच्च राशि में आने से बुद्ध की महादशा में साझेदारी ज्योतिष में Venus ग्रह संवाद का कारक है। इस लेख से जानें Venus ग्रह का 12 भावों में प्रभाव और Venus ग्रह शांति के लिए लाल किताब के उपाय। What is Ashtam Shani When Saturn transits to the 8th house from the Natal Moon Sign or Rashi of birth chart it is known as Ashtama Shani. अष्टम भाव में स्थित शनि का फल जानें। Know result of planet Saturn in Eighth House according to Vedic astrology. मंगल की दृष्टि मंगल के पास तीन दृष्टियां होती हैं. The other names of this house are Naamsheer, Gun, Randhra, Mangalay, Malin, Parabhav, Ayushya, Apwad, Ashuchi, Vighn, Chhidra धनु लग्न – सप्तम भाव में चंद्र – Dhanu Lagan – Chander saptam bhav me : जातक / जातीका का जीवन साथी सुन्दर , आकर्षक तो दिखता है , शत्रु राशि में आने पर दाम्पत्य जीवन सुखी नहीं रहता Sep 20, 2021 · कुंडली के तृतीय भाव में शनि और केतु की युति का फल : जन्म कुंडली का तीसरा भाव बुद्धि और पराक्रम को दर्शाता है। तीसरे भाव में यदि शनि केतु युति बनाये तो धनु लग्न कुंडली के अष्टम भाव में गुरु ।। ashtam bhav me Guru. The p जानिए तुला लग्न की कुंडली के बारह भावों में शनि का फलादेश - Tula Lagn ki kundali me Shani grah ke fal ! Libra ascendant Kundali results for Saturn मेष लग्न – प्रथम भाव में गुरु – Mesh Lagan – Guru pratham bhav me : मेष राशि में गुरु को दिशा बल मिलता है । यदि लग्न में गुरु हो तो जातक पितृभक्त , आस्थावान , बुद्धिमान होता है मिथुन लग्न – सप्तम भाव में शुक्र- Mithun Lagan – Shukra saptam bhav me : पति / पत्नी सुंदर और बुद्धिमान मिलता है । दाम्पत्य जीवन सुखी रहता है । शुक्र की महादशा में साझेदारी में Jun 10, 2019 · आचार्य श्रीजानकीदास शर्माकथा वाचक, ज्योतिषीपुराणाचार्य, M. Account Name : Mahesh Kumar Sharma. लग्नेश के अति शत्रु चंद्र यदि लग्न में स्थित हो तो जातक का स्वास्थ्य खराब रहता है , मन परेशान होता है Sep 16, 2021 · कुंडली के 12 भावों में चंद्रमा और मंगल युति का फल (Kundali Ke 12 Bhavon Me Chandrama Aur Mangal yuti Ka Fal) By Dr Yogesh Trivedi; September 16, 2021 August 3, 2022 WELCOME TO ASTROLOGER SHUKLAA CHANNEL:वृश्चिक लग्न में गुरु का 12 भाव में फल, Vrishchik lagna me guru ka fal, Jupitar transit in Apr 24, 2020 · कन्या लग्न वाले जातकों की जन्म लग्न कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में कन्या राशि या "6" नम्बर लिखा होता है i नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली Jan 25, 2021 · नवमांश कुंडली (Navmansh Kundli) का वैदिक ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है, इससे जीवन के किन पक्षों के बारे में जानकारी मिलती है आइए जानते हैं। Feb 19, 2024 · 299 Big Street, Govindpur, India . कुंडली के प्रथम भाव में शुक्र देव के विराजमान होने पर जातक तेजस्वी बनता है। नृत्य, अभिनय, गायन, चित्रकारी का शौकीन होता है। नए-नए कपड़े और आभूषण पहनना Oct 11, 2020 · ये ग्रह हैं मंगल, बृहस्पति और शनि (Mangal guru and shani). मकर लग्न – प्रथम भाव में गुरु – Makar Lagan – Gurul pratham bhav me : कुम्भ राशि गुरु की नीच राशि है , प्रथम भाव में गुरु के आने से जातक का स्वास्थ्य उत्तम नहीं रहता है । गुरु की कुम्भ लग्न – सप्तम भाव में गुरु – Kumbh Lagan – Guru saptam bhav me : जातक / जातीका का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है , व्यवसाय व् साझेदारों से लाभ का योग बनता है । बड़े भाई बहन से तुला लग्न – षष्टम भाव में गुरु – Tula Lagan – Guru shashtm bhav me : छोटे भाई का स्वास्थ्य खराब रहता है । कोर्ट केस , हॉस्पिटल में खर्चा होता है । दुर्घटना का भय बना रहता है वृश्चिक लग्न – नवम भाव में गुरु – Vrishchik Lagan – Guru nvm bhav me : जातक आस्तिक होता है । पिता व् गुरु जनो का आदर करने वाला होता है । गुरु की पंचम दृष्टि जातक को सूझवान मिथुन लग्न – दशम भाव में गुरु – Mithun Lagan – Guru dasham bhav me : जातक को भूमि, मकान, वाहन का पूर्ण सुख मिलता है । माता से बहुत लगाव रखने वाला होता है । काम काज बेहतर स्थिति धनु लग्न – अष्टम भाव में गुरु – Dhanu Lagan – Guru ashtam bhav me : यहां गुरु के अष्टम भाव में स्थित होने की वजह से जातक की माता व् स्वयं का स्वास्थ्य खराब रह सकता है । जातक के May 4, 2017 · अष्टम भाव अष्टम भाव का परिचय . यदि लग्न में मंगल हो तो जातक परेशान रहता है । मंगल की महादशा में स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता है । दाम्पत्य Oct 30, 2021 · 8th House Jupiter || Brihaspati 8 Bhav Me || Guru 8 House Lal Kitab || jupiter 8th house transit lal kitab astrology lal kitab remedies ashtam bhav ko kaise 5th House in Kundali - वैदिक ज्योतिष में कुंडली के पाचवें भाव में ग्रह का महत्व व प्रभाव को बहुत ही महत्व दिया जाता है। कुंडली के पांचवां घर से जातक के बारे में कई ज्योतिष में राहु को एक प्रमुख ग्रह माना गया है। इस लेख से जानें राहु का विभिन्न भावों में फल, ज्योतिषीय दृष्टि से राहु का क्या महत्व है और यह मनुष्य जीवन मकर लग्न – प्रथम भाव में सूर्य : Makar Lagan – Surya pratham bhav me : यदि लग्न में सूर्य हो तो जातक के हर काम में रुकावट अति है । सूर्य की महादशा में परेशानियां बनी ही रहती है मंगल ग्रह से आमतौर पर लोग डरते हैं जबकि जिसका नाम ही मंगल हो वह अमंगल कैसे कर सकता है। यह ग्रह उग्र जरूर है लेकिन अशुभ नहीं। कुंडली में हर ग्रह शुभ और मिथुन लग्न – एकादश भाव में शनि – MIthun Lagan – Shani ekaadash bhav me : नीच राशि मेष में आने से जातक न्याय का साथ देने वाला नहीं होता है । यहां स्थित होने पर बड़े भाई बहनो से @Anindita Das For consultation: 🤙 (+91) 7002386165hrishitaareadz@gmail. com 🏆Membership Link: https://www. इस भाव से आपके व्यक्तित्व का पता चलता है. यदि लग्न में मंगल हो तो स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है, डिसिशन मेकिंग बहुत उम्दा होती है और जातक बहुत मेहनती ज्योतिषीय परिभाषा के अनुसार जब किसी स्त्री या पुरुष की कुंडली में मंगल और शुक्र एक साथ एक ही घर में मौजूद हों तो ऐसे जातक में काम वासना की अधिकता होती है वृश्चिक लग्न – प्रथम भाव में मंगल – Vrishchik Lagan – Mangal pratham bhav me : यदि लग्न में मंगल हो तो स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है , डिसिशन मेकिंग बहुत उम्दा होती है और जातक बहुत मेष लग्न – अष्टम भाव में केतु – Mesh Lagan – Ketu ashtam bhav me : यहां केतु के अष्टम भाव में स्थित होने से जातक के हर काम में रुकावट आती है । केतु की महादशा में टेंशन बनी रहती . This house is also known as Aayu Sthaan. [email protected] +91 9776555456. Sep 30, 2024 · Astrology: कुंडली के अन्य भाव की तरह आठवां भाव भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. Account Type : Saving. Nov 15, 2020 · कुंडली में राहु और गुरु युति गुरु चांडाल योग बनाते हैं। आइए जाने क्या होता है जब कुंडली में यह दो परस्पर विरोधी उर्जायें एक साथ आती हैं गुरु नीच राशिस्थ हो तो अपनी दशा/अन्तर्दशा में बड़े-छोटे भाई बहनों से संबंध उत्तम नहीं रहते। हानि होती है तथा दुःख भी मिलता है। संतान प्राप्ति में Angarak Dosh: मंगल और राहु एक दूसरे के शत्रु ग्रह है। दोनों के एक ही राशि या भाव में आने से यह इनकी क्रूरता में और इजाफा हो जाता है। मंगल और राहु की युति मिलकर मिथुन लग्न – द्वितीय भाव में राहु – Mithun Lagan – Rahu dwitiya bhav me : कर्क राहु की शत्रु राशि है । ऐसे जातक का मन प्रसन्न नहीं रहता है , धन , परिवार कुटुंब का साथ नहीं मिलता 7th House for Marriage (कुंडली का सातवां घर और विवाह योग) जन्म कुन्डली का सातवां भाव (7th House in Horoscope) विवाह, पत्नी, ससुराल, प्रेम, भागीदारी और गुप्त व्यापार के लिये माना जाता Sep 11, 2020 · शनि आदेश, कानून, अनुशासन, न्याय और रूढ़िवाद का प्रतीक है। वैदिक ज्योतिष में, शनि न्याय के देवता हैं। दूसरी ओर, केतु बिना सिर वाला छाया ग्रह है। केतु Feb 19, 2024 · धनु लग्न – सप्तम भाव में चंद्र – Dhanu Lagan – Chander saptam bhav me : जातक / जातीका का जीवन साथी सुन्दर , आकर्षक तो दिखता है , शत्रु राशि में आने पर दाम्पत्य जीवन सुखी नहीं रहता मकर लग्न – अष्टम भाव में शनि – Makar Lagan – Shani ashtam bhav me : हर काम में रुकावट आती है , टेंशन बनी रहती है । वाणी बहुत खराब होती है , परिवार , कुटुंब साथ नहीं देता है । काम कर्क लग्न – सप्तम भाव में चंद्र – Karka Lagan – Chandr saptam bhav me : जातक / जातीका का पति / पत्नी बहुत आकर्षक होते हैं । चन्द्रमा की महादशा में ऐसे जातक को साझेदारी के काम से Jan 28, 2023 · आठवें भाव में मंगल का स्वभाव | Ashtam bhav ka mangal ka fal : आठवें भाव का मंगल मौत का फंदा जानों। हौसला तो बुलंद रहता है, लेकिन यदि नौकरी या व्यापार में कन्या लग्न – सप्तम भाव में सूर्य – Kanya Lagan – Surya saptam bhav me : जातक/ जातीका का वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता है। पति / पत्नी घमंडी और थोड़ा झगड़ालू प्रवृत्ति के हो सकती सिंह लग्न – अष्टम भाव में राहु – Singh Lagan – Rahu ashtam bhav me : यहां राहु के अष्टम भाव में स्थित होने से जातक के हर काम में रुकावट आती है । राहु की महादशा में टेंशन बनी Sep 11, 2020 · शनि आदेश, कानून, अनुशासन, न्याय और रूढ़िवाद का प्रतीक है। वैदिक ज्योतिष में, शनि न्याय के देवता हैं। दूसरी ओर, केतु बिना सिर वाला छाया ग्रह है। केतु Aug 24, 2021 · मीन लग्न में जन्म लेने वाले जातकों का कद मध्यम आकार का होता है एवं ये गौर वर्ण लिए होते हैं। इनकी नाक ऊँची तथा इनके केश घुँघराले होते हैं। ऐसे जातक चिंतन कर्क लग्न – सप्तम भाव में शनि – Karka Lagan – Shani saptam bhav me : भार्या थोड़ी उग्र स्वभाव की हो सकती है लेकिन जातक के लिए शुभ होती है व् साझेदारों से लाभ मिलता है । जातक तुला लग्न – अष्टम भाव में राहु – Tula Lagan – Rahu ashtam bhav me : यहां राहु के अष्टम भाव में स्थित होने से जातक के हर काम में रुकावट आती है । राहु की महादशा में टेंशन बनी ज्योतिष में Saturn ग्रह संवाद का कारक है। इस लेख से जानें Saturn ग्रह का 12 भावों में प्रभाव और Saturn ग्रह शांति के लिए लाल किताब के उपाय। शुक्र और केतु की युति व्यक्ति के जीवन के गहराई से बदलने वाली कन्या लग्न – प्रथम भाव में मंगल – Kanya Lagan – Mangal pratham bhav me. This house is also considered as the house of death. अष्टम भाव में गुरू अपनी उच्च राशि कर्क में स्थित होने से जातक को कोई रोग नहीं होता वह वेदशास्त्र को जानने वाला होता है। वह दीर्घायु होता है।. Oct 11, 2023 · Jupiter in 8th house | Jupiter in eighth house | Guru khana number 8 | Guru ashtam bhav meJupiter gives mostly bad effects in eight house of horoscope. Apr 10, 2023 · कुंडली के भाव और उनके स्वामी (Kundli Ke Bhav Aur Unke Swami): कुंडली वाचन एक प्राचीन विधि है – इससे पैसा, शादी, बच्चे, मृत्यु हर बात मालुम हो जाती है। लेकिन सवाल ये उठता है कि Apr 21, 2020 · मकर लग्न वाले जातकों की जन्म लग्न कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में मकर राशि या "10" नम्बर लिखा होता है i नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में Feb 19, 2024 · मेष लग्न – प्रथम भाव में राहु – Mesh Lagan – Rahu pratham bhav me : यदि मेष राशि में लग्न में राहु हो तो जातक को मति भ्र्म होता है । राहु की महादशा में पेट खराब रहता है , पुत्र मीन लग्न – प्रथम भाव में सूर्य : Meen Lagan – Surya pratham bhav me : यदि लग्न में सूर्य हो तो सूर्य की महादशा में जातक बीमार रहता है । ऐसा जातक चिड़चिड़ा , हर काम में जल्दबाजी तुला लग्न – प्रथम भाव में मंगल – Tula Lagan – Mangal pratham bhav me. What is Kantak Shani Similarly when Saturn transits in the 4th, 7th and […] धनु लग्न – नवम भाव में मंगल – Sagittarius Lagna – Mars navam bhav me : जातक आस्तिक व् पितृ भक्त होता है । विदेश यात्रा होती है । छोटे भाई बहनो का साथ मिलता है । जातक को भूमि , मकान वृष लग्न – द्वितीय भाव में राहु – Vrish Lagan – Rahu dwitiya bhav me : मिथुन भी राहु की उच्च राशि है । ऐसे जातक का मन प्रसन्न रहता है , धन , परिवार कुटुंब का साथ मिलता है । जातक की वृष लग्न – द्वितीय भाव में राहु – Vrish Lagan – Rahu dwitiya bhav me : मिथुन भी राहु की उच्च राशि है । ऐसे जातक का मन प्रसन्न रहता है , धन , परिवार कुटुंब का साथ मिलता है । जातक की कन्या लग्न – सप्तम भाव में शुक्र – Kanya Lagan – Shukra saptam bhav me : कारक भाव में आने से जातक/ जातीका का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। पति / पत्नी समझदार व् सुन्दर होता है मकर लग्न – सप्तम भाव में राहु – Makar Lagan – Rahu saptam bhav me : यहां राहु से मिलने वाले परिणामों में अशुभता आ जाती है । जातक कुशाग्र बुद्धि, मेहनती, छोटे – बड़े भाई बहनो और मकर लग्न – प्रथम भाव में मंगल – Makar Lagan – Mangal pratham bhav me. beuicg yudsm ajbdq hydd ksutxw zpkqig jjonzaa zax dahkck nsxag